हैलो दोस्तों,
आज मैं बात कर रहा हूँ उस लाइब्रेरी की जो एशिया की सबसे बड़ी और सबसे सुंदर लाइब्रेरी है। जी हां रामपुर रज़ा लाइब्रेरी जो उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में स्थित है। यह लाइब्रेरी केवल लाइब्रेरी ही नही बल्कि एक म्यूजीयम है।
मैं यह बात इसलिए बोल रहा हूँ कि इस लाइब्रेरी में पुस्तको के अलावा हज़ारो तरह के हथियार एवं प्राचीन शिल्प कला से सुसज्जित मूर्तियां रखी हुई है।
लाइब्रेरी में स्थित स्तम्भ इसकी खूबसूरती में चार चांद लगते है,
एवं लाइब्रेरी के बाहर सूंदर झील इसे और भी खूबसूरत बनाती है। यह लाइब्रेरी उत्तर प्रदेश की प्राचीन विरासतों में सुमार है,तथा यदि सुंदरता की बात की जाए तो यह किसी दर्शनीय स्थल से कम नही है , लाइब्रेरी में रखी हुई ज्यादातर पुस्तके उर्दू और अरबी भाषा मे लिखी गई है , लाइब्रेरी को देखने के लिए भारत के कोने कोने से लोग यहां आते है तथा वीडियो शूटिंग भी करते है , यही नही कई बार तो यहां विदेशी भी देखने को मिलते हैं। लाइब्रेरी की सुरक्षा के लिए लाइब्रेरी के चारो ओर गार्ड्स की तैनाती रहती है , लाइब्रेरी की सफाई के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के वर्कर्स लगातार काम करते रहते हैं। लाइब्रेरी का खुलने का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक है, 4 बजे के बाद किसी भी व्यक्ति का प्रवेश निषेध है और यदि अंदर जाने का प्रयाश किया तो 50000 रुपये जुर्माना तथा 1 साल जेल की सजा का प्रावधान है ।
लाइब्रेरी को 1774 में नवाब फैजुल्ला खान ने बनवाया था ,जो 1794 में उत्तर प्रदेश राज्य की अमूल्य विरासत बन गई।
रामपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री या डिप्लोमा कर रहे छात्र अक्सर सेल्फी लेने तथा वीडियो शूट करने के लिए यही स्थान पसंद करते हैं।
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